मंगलवार, 9 सितंबर 2008

बीमार बाप

एक बुढा बीमार बाप पुराने सामान की तरह होता है .घर के सबसे पुराने गंदे कमरे में टूटे फूटे सामान के साथ उसे जगह दी जाती है .उसकी खांसी से सास बहु के serial देखने में दिक्कतें आती हैं .उसके कराहने से ध्यान में बैठे बेटे का ध्यान टूट जाता है .उसकी दवाई के खर्च के कारन नया टी.वी नही ख़रीदा जा सका है .उसके गंदे कपड़े दाई भी नही धोती है .वह बात करने के लीये तरसता है ,परन्तु बेटा सेमीनार में बीजी है ,बहु shopping में ,और छोटे बच्चों को मना कर दीया गया है की करीब जाने से बीमार हो जाओगे .इंतज़ार है मौत का

2 टिप्पणियाँ:

Blogger MANVINDER BHIMBER ने कहा…

अपने लाजवाब लिखा है.......इसमे भाव भी अच्छे हैं.....मन को छु रहे हैं

10 सितंबर 2008 को 12:16 am बजे

 
Blogger Blessed Soul ने कहा…

Aisa jaan padta hai...aapke swayam ke ghar me aisa kuchh bit raha ho...

Islie old age home came into existence.
Old people get friends,people of their own age..mentality...

Some old oge homes are really good ..just like a nice boarding school...

You have space to walk...talk..have fun...sleep...

26 अक्तूबर 2008 को 10:36 pm बजे

 

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