बुधवार, 3 सितंबर 2008

आने वाला पल

तो पर्व त्योहारों के दीन आ गए |तीज,गणेश चतुर्थी ,जितीया और फीर दुर्गा पूजा ,दीवाली ,छठ । id xmasये सारे पर्व हमें परीवार से फीर से मीलने का अवसर देते हैं अच्छाइयों की ओर अग्रसर करते हैं और अंतरात्मा के शुधीकरण का मार्ग दीखाते हैं.आओ सब मिलजुलकर इन्हे मनाएं साथ ही उनका भी dhyan रखें जो दुखी हैं

1 टिप्पणियाँ:

Blogger Blessed Soul ने कहा…

Ab se hum Har roj ek insaan ki hotho par muskaan laenge,

5 सितंबर 2008 को 1:36 am बजे

 

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